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कानपुर:विकास दुबे का इतना था दबदबा कि डरते थे आपूर्ति विभाग के अधिकारी,14 साल में एक बार भी नहीं हुआ निरीक्षण.



                                          आपूर्ति विभाग के कर्मचारियों ने कानपुर में प्रदर्शन किया।

 आपूर्ति विभाग के कर्मचारियों ने कानपुर में प्रदर्शन किया। कानुपर का चर्चित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया था 4 वर्षों में आपूर्ति विभाग ने कभी इस दुकान की जांच के लिए बिकरू का रुख नहीं किया उत्तर प्रदेश के कानपुर के थाना चौबेपुर के अंतर्गत अपराधी विकास दुबे इतना बोलबाला इतना था कि जहां आम आदमी उसके खिलाफ सर नहीं उठा पाता था तो वहीं आपूर्ति विभाग भी कभी हिम्मत नहीं जुटा पाया जिसके चलते बिकरू में विकास दुबे के नौकरी दयाशंकर अग्निहोत्री के नाम आवंटित राशन कोटे की दुकान 14 साल पुरानी है। साल 2006 में आवंटित दुकान विकास का गुर्गा गोपाल सैनी चला रहा था। इन 14 वर्षों में आपूर्ति विभाग ने कभी इस दुकान की जांच के लिए बिकरू का रुख नहीं किया। 




विकास के अंत के बाद जब मामला सामने आया तो विभाग सक्रिय हुआ है और गोपाल सैनी के घर की अलमारी से 300 से अधिक राशन कार्ड मिले फिर टीम जांच करने गई। जांच के दौरान ग्रामीणों से पता चला कि राशन वितरण मनमर्जी से होता था। आपूर्ति निरीक्षक प्रशांत मिश्रा और राजस्व निरीक्षक राम लखन ने ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। इस दौरान आपूर्ति विभाग पर लग रहे आरोपों के चलते अधिकारी सफाई देते हुए नजर आए और कहा कि इतने वर्षों में कभी भी इस राशन कोटे की शिकायत ही नहीं की गई तो निरीक्षण भी नहीं हो पाया। 


वहीं, गांव वाले ने आरोप लगाते हुए कहा कि आपूर्ति विभाग के अधिकारी अपराधी विकास दुबे से डरते थे। इसलिए गांव नहीं आते थे एक बार कोटेदारों की बैठक में आपूर्ति निरीक्षक प्रशांत कुमार ने अपराधी विकास दुबे के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी थी। विकास दुबे व उसके गुर्गों ने जमकर आपूर्ति निरीक्षक की पिटाई कर दी थी, जिसके बाद से फिर कभी किसी की दोबारा हिम्मत नहीं पड़ी कि अपराधी विकास दुबे के खिलाफ कुछ बोल पाते। 



विकास ने पीटा था आपूर्ति निरीक्षक को 30 मई 2017 को शिवराजपुर में कोटेदारों की एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें अपराधी विकास दुबे भी अपने गुर्गों के साथ मौजूद था और वही बैठक में आपूर्ति निरीक्षक प्रशांत कुमार भी मौजूद थे इसी दौरान छोटी सी बात पर अपराधी विकास दुबे के गुर्गों ने वह खुद विकास दुबे ने आपूर्ति निरीक्षक को जमकर पीटा मारपीट की वजह जब सामने आई तो पता चला कि आपूर्ति निरीक्षक प्रशांत कुमार की रिपोर्ट पर उसके रिश्तेदार श्री कृष्णचंद्र की रामपुर सखरेज स्थित राशन कोटे की दुकान निलंबित और बाद में निरस्त कर दी गई थी। जिस बात को लेकर अपराधी विकास दुबे आपूर्ति निरीक्षक से बेहद नाराज था। 



आपूर्ति निरीक्षक से मारपीट करने के बाद आपूर्ति निरीक्षक प्रशांत कुमार ने अपराधी विकास दुबे के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था जो कि आज भी अदालत में विचाराधीन है मामले को लेकर फोन पर बातचीत करते हुए प्रशांत कुमार ने बताया कि रामपुरसखरेज स्थित कोटे की दुकान में अनियमितता पाने के बाद कार्रवाई की थी।इस पर विकास और उसके साथी जिलेदार सिंह आदि ने उन पर हमला किया था।बाद में गुंडागर्दी की दम पर समझौता करने का दबाव बना रहा था। 



क्या बोले अधिकारी जिला पूर्ति अधिकारी
 कानपुर नगर अखिलेश  श्रीवास्तव ने बताया कि 14 साल से निरीक्षण क्यों नहीं किया गया इसकी भी जांच करवाई जा रही है इसमें विभागीय जो लोग भी शामिल हैं उन पर भी कार्रवाई की जाएगी पर आपको यह भी बता दूं कि 14 साल में एक बार भी इस कोटे के खिलाफ शिकायत भी नहीं आई थी लेकिन अब आई है तो राशन के कोटे को निरस्त कर दिया गया है और जांच की जा रही है।.




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